ब्रेक न्यूज़ टीम
लखनऊ. भाजपा के टिकटों की सूची जारी होते ही इस बात की एक बार साबित हो गया की गोरखपुर इलाके में योगी आदित्यनाथ के गुस्से को झेलने की ताकत भाजपा नेतृत्व में नहीं है. गोरखपुर जिले की लगभग सभी सीटों पर योगी के समर्थको को टिकट मिला है तो महाराजगंज और कुशीनगर में भी उनका दवाव काम कर गया.
बीते कुछ दिनों में इस बात की चर्चा बहुत तेज हो गयी थी कि भाजपा का शीर्ष नेतृत्व योगी की उपेक्षा कर रहा है. उन्हें चुनाव समिति से भी बहरा रखा गया था. योगी समर्थको का एक धडा इस बात से भी बहुत नाराज था की योगी आदित्यनाथ को भाजपा ने मुख्यमंत्री का चेहरा नही घोषित किया . मगर मंगलवार को जारी सूची ने इस बात पर मोहर लगा दी की योगी आदित्यनाथ के बिगड़े तेवर भाजपा नेतृत्व नहीं देखना चाहता और इसके साथ ही योगी आदित्यनाथ का प्रभाव साबित भी हो गया.
मंगलवार को जारी हुयी सूची में योगी के करीबी, शीतल पाण्डेय को सहजनवा, विपिन सिंह को गोरखपुर ग्रामीण, महेंद्र पाल सिंह को पिपराईच,ज्ञानेंद्र सिंह को पनियारा, फतेहबहादुर सिंह को कैम्पियर गंज से टिकट मिला है . ये सभी नाम योगी के करीबियों में शामिल हैं. बांसगाव सुरक्षित सीट से सांसद कमलेश पासवान के भाई विमलेश पासवान को टिकट मिला है. इस सीट पर योगी राम लक्ष्मण का टिकट चाहते थे जो उन्हें नहीं मिला.
गोरखपुर के टिकटों में जातीय समीकरण भी मजबूती से साधा गया है. महाराजगंज के फरेंदा से बजरंग बहादुर और सिसवा से कुर्मी नेता प्रेम सागर पटेल को टिकट मिला है, इन पर भी योगी की सहमति थी.
योगी की भाजपा नेतृत्व से नाराजगी की खबरों के बाद अखिल भारतीय हिन्दू महासभा के अध्यक्ष कमलेश त्रिपाठी ने उन्हें घरवापसी का न्योता भी दिया था जिसके बाद यह कयास लगाये जा रहे थे कि यदि योगी समर्थको का टिकट कटा तो वे अपने प्रत्याशी हिन्दु महासभा के टिकट पर उतार सकते हैं. हालाकि योगी के करीबियों ने इसका खंडन सोशल मीडिया पर किया था, और इसे योगी के खिलाफ अफवाह बताई थी.
मंगलवार की सूची ने इस बात पर पूरी तरह विराम लगा दिया है कि भाजपा में योगी को कमजोर करने की कोशिश की जा रही है. अब योगी आदित्यनाथ के सामने अपने समर्थको को जीता कर लाने की चुनौती भी है.
No comments:
Post a Comment