ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
यमुना एक्सप्रेस वे पर मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी के कार एक्सीडेंट मामले में सोमवार को नया मोड़ आया है. इस एक्सीडेंट में मारे गए डॉक्टर के बेटे और बेटी ने स्मृति ईरानी पर आरोप लगाया है कि उन्होंने उनकी कोई मदद नहीं की.
यमुना एक्सप्रेस वे पर हुये हादसे के शिकार परिवार का कहना है कि उन लोगों ने स्मृति ईरानी से हाथ जोड़कर मदद मांगी थी. लेकिन मंत्री ने मदद नहीं की और गाड़ी में बैठकर चल दीं. परिजनों के मुताबिक दिल्ली के एक परिवार ने उनकी मदद की थी. मृतक की बेटी ने कहा कि स्मृति ईरानी गाड़ी में बैठकर चली गईं लेकिन दिल्ली के एक परिवार ने एम्बुलेंस बुलाई और उनके पिता को अस्पताल भेजा. मृतक के बेटे ने अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज करवाया है.
हादसे में मारे गए रमेश कुमार नागर की बेटी संदली ने एक ईटीवी से बातचीत में कहा कि मंत्री ने हमें मदद करने से साफ मना कर दिया था. संदली के मुताबिक, ”एक्सीडेंट के बाद हमने पापा को जल्द हॉस्पिटल ले जाने की बात की थी लेकिन कोई तैयार नहीं हुआ. इस बीच स्मृति नीचे उतरीं और पापा को देखने के बाद फिर कार में बैठ गईं. इसके बाद शीशा चढ़ाया और निकल गईं.”
बेटे अभिषेक ने कहा, ”उन्होंने एक बार भी हमारी हालत जानने की कोशिश नहीं की.”
आपको बता दें कि हादसे के बाद स्मृति ईरानी ने ट्वीट कर बताया था कि वह सुरक्षित हैं और उन्होंने घायलों को हॉस्पिटल भिजवा दिया है.
गौरतलब है कि 5 मार्च को मथुरा से बीजेपी के कार्यक्रम से लौटते हुए मानव संसाधन एवं विकास मंत्री स्मृति ईरानी की कार यमुना एक्सप्रेस वे पर दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी. जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई थी.
यमुना एक्सप्रेस वे पर मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी के कार एक्सीडेंट मामले में सोमवार को नया मोड़ आया है. इस एक्सीडेंट में मारे गए डॉक्टर के बेटे और बेटी ने स्मृति ईरानी पर आरोप लगाया है कि उन्होंने उनकी कोई मदद नहीं की.
यमुना एक्सप्रेस वे पर हुये हादसे के शिकार परिवार का कहना है कि उन लोगों ने स्मृति ईरानी से हाथ जोड़कर मदद मांगी थी. लेकिन मंत्री ने मदद नहीं की और गाड़ी में बैठकर चल दीं. परिजनों के मुताबिक दिल्ली के एक परिवार ने उनकी मदद की थी. मृतक की बेटी ने कहा कि स्मृति ईरानी गाड़ी में बैठकर चली गईं लेकिन दिल्ली के एक परिवार ने एम्बुलेंस बुलाई और उनके पिता को अस्पताल भेजा. मृतक के बेटे ने अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज करवाया है.
हादसे में मारे गए रमेश कुमार नागर की बेटी संदली ने एक ईटीवी से बातचीत में कहा कि मंत्री ने हमें मदद करने से साफ मना कर दिया था. संदली के मुताबिक, ”एक्सीडेंट के बाद हमने पापा को जल्द हॉस्पिटल ले जाने की बात की थी लेकिन कोई तैयार नहीं हुआ. इस बीच स्मृति नीचे उतरीं और पापा को देखने के बाद फिर कार में बैठ गईं. इसके बाद शीशा चढ़ाया और निकल गईं.”
बेटे अभिषेक ने कहा, ”उन्होंने एक बार भी हमारी हालत जानने की कोशिश नहीं की.”
आपको बता दें कि हादसे के बाद स्मृति ईरानी ने ट्वीट कर बताया था कि वह सुरक्षित हैं और उन्होंने घायलों को हॉस्पिटल भिजवा दिया है.
गौरतलब है कि 5 मार्च को मथुरा से बीजेपी के कार्यक्रम से लौटते हुए मानव संसाधन एवं विकास मंत्री स्मृति ईरानी की कार यमुना एक्सप्रेस वे पर दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी. जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई थी.
No comments:
Post a Comment