ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
यूपी लोकसभा चुनाव हो या विधानसभा चुनाव प्रियंका गांधी हमेशा मां सोनिया गांधी और भाई राहुल गांधी के चुनाव प्रबंधन का काम वह बखूबी संभालती आई हैं. यही वजह है कि अब अटकलें लगने लगी हैं कि प्रियंका गांधी यूपी का प्रभारी बनाया जा सकता है.
इसको लेकर पार्टी के कार्यकर्ता भी लंबे समय से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मांग करते रहे हैं. पर अब लगता है कि कांग्रेस कार्यकर्ता की ये मुराद भी नवंबर तक पूरी हो सकती है. सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस प्रियंका को ये कमान सौंपने के लिए किसी विशेष दिन का इंतजार कर रही है. अब अटकलें लगने लगी हैं कि ये विशेष दिन कोई और नहीं बल्कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बर्थडे के दिन ये घोषणा हो सकती है.
कांग्रेस के पॉलिटिकल स्ट्रैटिजिस्ट प्रशांत किशोर को यूपी चुनाव की जिम्मेदारी मिलने के बाद यूपी की सियासत में प्रियंका को यहां लाने की मांग और तेज हो गई है. बताया जा रहा है कि राहुल के साथ बैठक में प्रशांत किशोर ने कहा था कि उन्होंने यूपी की सत्ता में प्रियंका वाड्रा को उतरा जाना चाहिए.
अमेठी और रायबरेली समेत कई जिला में स्थानीय नेताओं मांग करने लगे है कि यूपी में प्रियंका को लाए जाए. इसलिए सोनिया ने इलाहाबाद के पिछले दौरे के दौरान जब फूलपुर सीट पर गांधी परिवार के किसी सदस्ये को उतारने की मांग रखी गई तो सोनिया ने जवाब दिया, ‘मैं देखती हूं’
इतना ही नहीं राहुल के लखनऊ दौरे के दौरान जब उनसे पूछा गया था कि प्रियंका को यूपी की राजनीति में लाया जा रहा है तो उन्होंने इस सवाल पर इनकार भी नहीं किया था. राहुल ने कहा, ‘वह मेरी बहन है, वह जो भी करना चाहेगी मैं हरसंभव मदद करुंगा. वह काफी समझदार है. जनता के बीच उसे काम करने में कठिनाई नहीं होती.
यूपी में लोकसभा चुनावों के दौरान मिली करारी शिकस्त के बाद कांग्रेस सियासत पाने की ललक में यहां राहुल की जगह प्रियंका को अपना चेहरा बना सकती है.
यूपी लोकसभा चुनाव हो या विधानसभा चुनाव प्रियंका गांधी हमेशा मां सोनिया गांधी और भाई राहुल गांधी के चुनाव प्रबंधन का काम वह बखूबी संभालती आई हैं. यही वजह है कि अब अटकलें लगने लगी हैं कि प्रियंका गांधी यूपी का प्रभारी बनाया जा सकता है.
इसको लेकर पार्टी के कार्यकर्ता भी लंबे समय से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मांग करते रहे हैं. पर अब लगता है कि कांग्रेस कार्यकर्ता की ये मुराद भी नवंबर तक पूरी हो सकती है. सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस प्रियंका को ये कमान सौंपने के लिए किसी विशेष दिन का इंतजार कर रही है. अब अटकलें लगने लगी हैं कि ये विशेष दिन कोई और नहीं बल्कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बर्थडे के दिन ये घोषणा हो सकती है.
कांग्रेस के पॉलिटिकल स्ट्रैटिजिस्ट प्रशांत किशोर को यूपी चुनाव की जिम्मेदारी मिलने के बाद यूपी की सियासत में प्रियंका को यहां लाने की मांग और तेज हो गई है. बताया जा रहा है कि राहुल के साथ बैठक में प्रशांत किशोर ने कहा था कि उन्होंने यूपी की सत्ता में प्रियंका वाड्रा को उतरा जाना चाहिए.
अमेठी और रायबरेली समेत कई जिला में स्थानीय नेताओं मांग करने लगे है कि यूपी में प्रियंका को लाए जाए. इसलिए सोनिया ने इलाहाबाद के पिछले दौरे के दौरान जब फूलपुर सीट पर गांधी परिवार के किसी सदस्ये को उतारने की मांग रखी गई तो सोनिया ने जवाब दिया, ‘मैं देखती हूं’
इतना ही नहीं राहुल के लखनऊ दौरे के दौरान जब उनसे पूछा गया था कि प्रियंका को यूपी की राजनीति में लाया जा रहा है तो उन्होंने इस सवाल पर इनकार भी नहीं किया था. राहुल ने कहा, ‘वह मेरी बहन है, वह जो भी करना चाहेगी मैं हरसंभव मदद करुंगा. वह काफी समझदार है. जनता के बीच उसे काम करने में कठिनाई नहीं होती.
यूपी में लोकसभा चुनावों के दौरान मिली करारी शिकस्त के बाद कांग्रेस सियासत पाने की ललक में यहां राहुल की जगह प्रियंका को अपना चेहरा बना सकती है.
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