हापुड़. उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले से प्यार में दीवानगी का एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक प्रेमी अपनी प्रेमिका की मौत के बाद उसी की कब्र पर जाकर सोने लगा. इस दौरान प्रेमी को शक हुआ कि उसकी प्रेमिका की हत्या हुई है जिसके बाद उसने चार महीने बाद कोर्ट का सहारा लिया और प्रेमिका के शव को कब्र से बाहर निकलवाकर उसे पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया. जिसके बाद लड़की के परिजनों ने प्रेमी के परिजनों पर फायरिंग कर दी. जिसमें कई लोग घायल भी हो गए. सूचना मिलने के बाद पुलिस ने मामले को गम्भीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है. चार महीने पहले हुई थी मौत मामला थाना सिम्भावली क्षेत्र के गांव मुरादपुर का है. यहां गांव के ही रहने वाले युवक युवती के बीच प्रेम प्रसंग चल रहा था. जब इस बात का पता युवती के घर वालों को लगा तो उन्होंने इस बात का विरोध किया. इस दौरान करीब सात महीने पहले लड़की की संदिग्ध परिस्तिथियों में मौत हो गई और लड़की के परिवार वाले उसके शव को पास में ही कब्र में दफना दिया.
कब्र पर सोता था प्रेमी
जब अपनी प्रेमिका के मौत की खबर प्रेमी को हुई तो वो हर रात अपनी प्रेमिका की कब्र पर जाकर सोने लगा. कुछ दिनों बाद प्रेमी को जब इस बात का पता चला कि उसकी प्रेमिका की हत्या उसी के परिजनों ने की थी तो उसने कोर्ट से मदद मांगी. और इस दौरान उसने लड़की के परिजनों पर हत्या का मुकदमा दर्ज करवाया और कब्र से शव को बाहर निकलवाकर पोस्टमार्टम कराने के आदेश करा लिया. इस मामले को गम्भीरता से लेते हुए कोर्ट ने सख्ती से जांच करने के आदेश दिए. जिसके बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया और अधिकारियों ने 8 सितंबर 2017 को भारी पुलिसफोर्स के साथ गांव में पहुंचकर शव को कब्र से निकलवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
सामने आया ये सच
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ये खुलासा हुआ कि लड़की की मौत कीटनाशक दवा खाने से हुई. जब अपनी लड़की को कब्र से बाहर निकलवाकर पोस्टमार्टम की बात परिजनों ने सुनी तो वो गुस्से से आग बबूला हो गए और उन्होंने लड़के के परिवार वालों पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. इस फयरिंग में दो लोगों गंभीर रूप से घायल भी हो गए. जिसमें डॉक्टरों ने एक की हालत को गंभीर बताते हुए उसे इलाज के लिए मेरठ रेफर कर दिया.
पुलिस कर रही लापरवाही
घटना की सूचना पुलिस को मिलते ही पुलिस वाले अपनी टीम के साथ घटना स्थल पर पहुच गए. जहां पुलिसवालों ने घायलों ओ अस्पताल में भर्ती कराया और आरोपियों की तलाश में जुट गए. अब सवाल यह उठता है कि लड़की के परिजनों का नाम सामने आने के बाद भी पुलिस वाले आखिर किस बात का इंतज़ार का रहे हैं आखिर क्यों वो लड़की के आरोपी परिजनों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं. लड़की वालों की तरफ से जो फायरिंग हुई उसमें पुलिस लड़के वालों को कोई सुरक्षा क्यों नहीं दे रही है.
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