टीम ब्रेक न्यूज ब्यूरो
उडुपी. कर्नाटक के उडुपी में आयोजित धर्म संसद में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और स्वामी गोविंद देव के बयान पर बहस अभी थमी भी नहीं कि रविवार को स्वामी नरेंद्र नाथ के बयान ने एक नया बखेड़ा खड़ा कर दिया है. धर्म संसद के अंतिम दिन उन्होंने हिंदुओं को मोबाइल की जगह हथियार उठाने की बात कही. उन्होंने एक दिन पहले गोविंद देव के बयान से इत्तेफाक रखते हुए कहा कि यदि मुस्लिम 20 बच्चे पैदा करते हैं तो हिंदुओं को भी इतने ही बच्चे करने चाहिए. Read This - राम मंदिर पर वीएचपी का बड़ा ऐलान, इस तारीख को शुरू होगा राम मंदिर निर्माण और ये करेंगे अगुवाई पिछले तीन दिनों से कर्नाटक के उडुपी में विश्व हिंदू परिषद की ओर से आयोजित धर्म संसद में हिंदू धर्म से जुड़े संगठनों के अगुवा लोगों ने हिंदुओं की स्थिति पर अपने विचार रखे. इस संसद के पहले दिन जहां आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने राम जन्मभूमि और राम मंदिर पर बयान देकर सभी को चौंका दिया. वहीं भारत माता मंदिर के स्वामी गोविंद देव ने अगले ही दिन समान नागरिक संहिता लागू होने तक हिंदुओं को चार बच्चे पैदा करने की बात कही.उडुपी धर्म संसद के अंतिम दिन एक और चौंकाने वाला बयान मंच से गूंजा. इस बार स्वामी नरेंद्र नाथ ने हिंदुओं को मोबाइल की बजाए हथियार उठाने की अपील कर सभी को हैरत में डाल दिया. उन्होंने कहा कि उन्हें लाखों रुपये के मोबाइल रखने की क्या जरूरत है? हर हिंदू के पास मोबाइल की जगह हथियार होने चाहिए. हालांकि अगले वाक्य में उन्होंने इसे हिंदुओं की आत्मरक्षा से जोड़ते हुए कहा कि जिस वक्त हिंदू मंदिरोंपर हमले हो रहे हों और पूजा स्थलों को नष्ट किया जा रहा हो. उन्होंने कहा कि यहां तक संसद को भी निशाना बनाया जा रहा है तो इन हालातों में हर किसी को आत्मरक्षा के लिए हथियार रखना चाहिए. इस दौरान स्वामी नरेंद्र नाथ ने एक दिन पहले ही स्वामी गोविंद देव के बयान की वकालत करते हुए कहा कि केवल हिंदू ही क्यों दो बच्चों की नीति पर अमल करें. उन्होंने कहा कि मुस्लिम और ईसाई 20 बच्चे करते हैं तो हिंदुओं को भी इतने ही बच्चे करने चाहिए.
No comments:
Post a Comment