टीम ब्रेक न्यूज ब्यूरो
गुजरात विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने अपनी पूरी फौज उतार दी है। किसी राज्य विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए इतने केंद्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री इससे पहले कभी नहीं आए थे। बीजेपी की मुख्य प्रतिद्वंदी कांग्रेस ने कहा है कि गुजरात में बीजेपी को पराजय का बोध हो चुका है, इसलिए पूरी मोदी सरकार गुजरात में धमाचैकड़ी कर रही है। गुजरात में बीजेपी विगत 22 वर्षों से सत्तारूढ़ है। ऐसे में इतनी बड़ी तादाद में केंद्रीय मंत्रियों, मुख्यमंत्रियों की फौज उतारने से इस बात की तस्दीक होती है कि गुजरात में उसे हार का भय सता रहा है। बीजेपी का तर्क है कि जो केंद्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री गुजरात में प्रचार के लिए जा रहे हैं, वो पार्टी के कार्यकर्ता भी हैं। किसी भी राज्य में चुनाव होता है तो चुनाव प्रचार के लिए केंद्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री जाते ही हैं। राजनीतिक समीक्षकों का कहना है कि गुजरात में चुनाव प्रचार के लिए इतने केंद्रीय मंत्री इससे पहले कभी नहीं आए थे। वर्ष 2007 के विधानसभा चुनाव में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह चुनाव प्रचार के लिए गुजरात आए थे, तब बीजेपी ने ही कांग्रेस का मजाक उड़ाया था। लेकिन इस बार पीएम मोदी गुजरात में सघन चुनाव प्रचार कर रहे हैं। पीएम मोदी के अलावा गृहमंत्री राजनाथ सिंह, अरुण जेटली, नितिन गडकरी, उमा भारती, राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चैहान और छत्तीसगढ़ के सीएम रमन सिंह भी लगातार गुजरात में चुनावी सभाएं कर रहे हैं। इसी तरह रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण गुजरात विधानसभा चुनाव में बीजेपी की मुख्य समन्वयक हैं। उल्लेखनीय है कि गुजरात में अरसे बाद कांग्रेस गुजरात विधानसभा चुनाव में गेन करती नजर आ रही है। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी लगातार जनसभाएं कर पीएम मोदी पर हमले कर रहे हैं। इसके अलावा राज्य के पाटीदार समुदाय और ओबीसी समुदाय भी कांग्रेस के पक्ष में है। अरसे बाद कांग्रेस गुजरात में बीजेपी का विकल्प बनती नजर आ रही है। ऐसे में बीजेपी की चिंता स्वाभाविक है।
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