टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ बसपा सुप्रीमो मायावती ने निकाय चुनाव परिणामों के बाद बीजेपी को चुनौती देते हुए कहा कि यदि बीजेपी ईमानदार है तो 2019 के चुनाव बैलट पेपर से कराये। मायावती ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने निकाय चुनाव में सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल किया वरना बसपा के कई और मेयर जीत हासिल करते। मायावती शनिवार सुबह बौद्ध भिक्षु प्रज्ञानंद को श्रद्धांजलि देने पहुंची थीं।
मीडिया को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि यदि बीजेपी का लोकतंत्र में भरोसा है तो उसे 2019 के चुनाव में ईवीएम को हटाकर बैलट पेपर से चुनाव कराना चाहिए। मैं दावा कर सकती हूं कि बैलट पेपर का इस्तेमाल किया गया तो बीजेपी सत्ता में नहीं आएगी।
समाजवादी पार्टी से गठबंधन पर मायावती कुछ भी सीधे बोलने से बचीं। उन्होंने कहा कि हम सभी को साथ लेकर चल रहे हैं। मुस्लिम, पिछड़े और दलित हमारे साथ ही है, इससे बड़ा गठबंधन और क्या हो सकता है।
वहीं अखिलेश यादव ने ट्वीट पर लिखा कि बीजेपी ने ईवीएम से हुए चुनाव में 46 प्रतिशत सीटें जीतीं जबकि बैलट पेपर से हुए चुनावी क्षेत्रों में मात्र 15 प्रतिशत। इस ट्वीट के जरिए पूर्व मुख्यमंत्री ने चुनावी प्रक्रिया पर सवाल उठाया है। आजम खां ने भी मीडिया से बात करते हुए कहा कि ईवीएम मे टेम्परिंग नहीं सेटिंग हुई है। जहां ईवीएम से मतदान हुआ वहां बीजेपी जीती और जहां बैलट पेपर से वहां सपा के प्रत्याशी जीते।
गौरतलब है कि शुक्रवार को निकाय चुनाव के नतीजे आए थे। 16 नगर निगमों में 14 सीटें बीजेपी के खाते में गई, जबकि दो सीटें बसपा ने जीतीं हैं।
समाजवादी पार्टी से गठबंधन पर मायावती कुछ भी सीधे बोलने से बचीं। उन्होंने कहा कि हम सभी को साथ लेकर चल रहे हैं। मुस्लिम, पिछड़े और दलित हमारे साथ ही है, इससे बड़ा गठबंधन और क्या हो सकता है।
वहीं अखिलेश यादव ने ट्वीट पर लिखा कि बीजेपी ने ईवीएम से हुए चुनाव में 46 प्रतिशत सीटें जीतीं जबकि बैलट पेपर से हुए चुनावी क्षेत्रों में मात्र 15 प्रतिशत। इस ट्वीट के जरिए पूर्व मुख्यमंत्री ने चुनावी प्रक्रिया पर सवाल उठाया है। आजम खां ने भी मीडिया से बात करते हुए कहा कि ईवीएम मे टेम्परिंग नहीं सेटिंग हुई है। जहां ईवीएम से मतदान हुआ वहां बीजेपी जीती और जहां बैलट पेपर से वहां सपा के प्रत्याशी जीते।
गौरतलब है कि शुक्रवार को निकाय चुनाव के नतीजे आए थे। 16 नगर निगमों में 14 सीटें बीजेपी के खाते में गई, जबकि दो सीटें बसपा ने जीतीं हैं।
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