ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो सीतापुर। एक तरफ प्रदेश सरकार खुद को जनता का हितैषी साबित कर रही है और दूसरी तरफ उन्हीं की पार्टी के विधायक धरना कर अपनी ही पार्टी की किरकिरी करा रहे हैं।
दरअसल, सपा से सदर विधायक उत्कर्ष वर्मा ने किसानों के बकाया भुगतान को लेकर धरना दिया। इससे पार्टी नेताओं में हड़कम्प मच गया। धरना भी घंटे-डेढ़ घंटे में खत्म हो गया। अपने ही विधायक के अपनी ही पार्टी के राज में प्रदर्शन करना नेताओं के गले नहीं उतर रहा।
गौरतलब रहे कि सपा के सदर विधायक ने गन्ना भुगतान को लेकर धरने का एलान किया था। जब इसकी खबर पार्टी के दिग्गज नेताओं को मिली तो सभी में इसकी खिलाफत नजर आई। यह जानने के बावजूद सदर विधायक ने धरना दिया। बुधवार को वह मुट्ठी भर समर्थकों के साथ स्थानीय कम्पनी बाग में धरने पर बैठ गये। इस धरने में कोई भी अन्य सपा नेता शामिल नहीं हुए। घंटे-डेढ़ घंटे बाद एडीएम के आश्वासन पर धरना खत्म हो गया। लेकिन अपनी ही सरकार में विधायक का प्रदर्शन चर्चा का विषय बना रहा।
भाजपा में जाना चाहते हैं विधायक !
विधायक के प्रदर्शन को पार्टी नेताओं ने आड़े हाथों लिया। कुछ नेताओं ने कहा कि सदर विधायक उत्कर्ष वर्मा भाजपा में जाने की राह बना रहे हैं। इसलिये वह उस पार्टी की सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं जिसके वह विधायक हैं। हालांकि इसमें कितनी सच्चाई है यह तो अब विधायक को लेकर होने वाला फैसला ही साबित करेगा।
विधायक को पार्टी से निकालने की उड़ती रही अफवाहें
अपनी ही सरकार की किरकिरी कराने के बाद विधायक के पार्टी से निकाले जाने की अफवाहें भी उड़ती रहीं। हालांकि सपा दिग्गजों ने इससे अनभिज्ञता जाहिर की लेकिन पार्टी विरोधी क्रत्य के चलते उनमें विधायक के प्रति नाराजगी भी दिखाई दी
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