ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो गोरखपुर। भारत-नेपाल सीमा के रास्ते देश में घातक मादक पदार्थों के तस्करी का एक बड़ा मामला प्रकाश में आया है। यूपी एसटीएफ की गोरखपुर इकाई ने गुलरिहा थानाक्षेत्र से 1.20 करोड़ के हेरोइन के साथ दो कैरियर को मंगलवार की शाम गिरफ्तार कर लिया। ये दोनों शख्स स्टील के लंच बाक्स में हेरोइन रखकर मोटर साईकिल से बीआरडी मेडिकल कालेज की तरफ जा रहे थे। इनका काम था कि माल को सही आदमी के हाथों में पकड़ा देना। चूंकि एसटीएफ ने आईबी समेत मुखबिरों का नेटवर्क सक्रिय कर रखा था लिहाजा ये भटहट के पास ही पकड़ लिये गये। एसटीएफ की गोरखपुर इकाई दोनों तस्करों से पूछताछ कर और भी क्लू जुटा रही है।

कुशीनगर जिले के नेबुआ नौरंगिया निवासी सुरेश कुशवाहा और महराजगंज जिले के घुघुली कस्बे के विनोद कुमार दास अन्तर्राष्ट्रीय तस्कर गिरोह के लिए कैरियर का काम करते हैं। ये दोनों लोग खड्डा निवासी रामआसरे के कहने पर बगहा बिहार से हेरोइन की खेप लेने गए थे। रामआसरे का रिश्तेदार बाबू बगहा में रहता है। नेपाल से बिहार और बिहार से यूपी के लिए जब हेरोइन की यह खेप चली तो सटीक मुखबिरी हो गई। एसटीएफ गोरखपुर के दो सब इंस्पेक्टर गुलरिहा थानाक्षेत्र के भटहट स्थित आकाशवाणी परिसर के पास सक्रिय हो गए। उन्हें बाइक से आते हुए दो कैरियर दिखाई दिए तो फौरन रोक दिया। तलाशी करने पर दोनों के पास से आठ सौ ग्राम टाइगर ब्रांड (मेड इन थाइलैंड) हेरोइन मिला। दोनों को मौके से ही गिरफ्तार कर लिया गया।
रेव पार्टी में होता है इस्तेमाल
एसटीएफ गोरखपुर में डिप्टी एसपी विकास चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि पकड़ी गई हेरोइन का इस्तेमाल बड़े शहरों में रेव पार्टी में होता है। इनकी तस्करी के लिए बिहार और नेपाल बार्डर का इस्तेमाल हो रहा है। बड़े गैंग के लोग छोटे-छोटे कैरियर की मदद से भारत में ड्रग्स सप्लाइ कर रहे हैं। उन्होंने पुष्ट किया कि अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में पकड़े गए ड्रग की कीमत 1 करोड़ 20 लाख है।
नकली नोट और मानव तस्करी भी
भारत-नेपाल की खुली सीमा का इस्तेमाल न केवल नशीले पदार्थों की तस्करी के लिए हो रहा है बल्कि यह नकली नोटों और मानव तस्करी का भी अड्डा बनने लगा है। सिद्धार्थनगर जिले से सटी सीमा पर नकली नोटों के कई तस्कर सक्रिय हैं। मानव तस्करी की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए आईजी जोन गोरखपुर ने हाल ही में एक बैठक भी की है। नेपाल के रास्ते भारत में नशीले पदार्थों, नकली नोटों, हथियारों, आतंकियों और सेक्स वर्कर के आने पर भारत की खुफिया एजेंसियां कड़ी नजर रख रही हैं। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई हमेशा से इस सीमा के गलत इस्तेमाल के फिराक में रहती है।
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