ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
बाराबंकी सामुदायिक स्वास्थ्यय केन्द्र बड़ागांव में नसबन्दी कैंप का आयोजन किया गया था। शनिवार को एक महिला की हालत बिगड़ गयी जिसे जिला महिला चिकित्सालय लाया गया जहां उसकी मौत हो गयी। उल्लेखनीय है कि शनिवार को बड़ागांव में नसबन्दी कैम्प लगाया गया था। परिजनो का आरोप है कि महिला की मौत सर्जन व डाक्टरो की लापरवाही से हुयी है। उधर मुख्य चिकित्साधिकारी का कहना है कि चीरा लगाते ही महिला की हालत बिगड़ने लगी जिससे उसकी मौत हो गयी। मसौली ब्लाक की सीएचसी बड़ा गांव में नसबन्दी कैम्प चल रहा था जिसके लिये जिला अस्पताल से सर्जन एम.के. गुप्ता को ऑपरेशन करने के लिये भेजा गया था। ऑपरेशन में कुल 24 महिलाओ ने पंजीकरण कराया था। जिसमें 22 ऑपरेशन किये जा चुके थे। सफदरगंज थाना क्षेत्र के चिलौटी गांव की रहने वाली महिला सुनैना पत्नी सतीश कुमार का नम्बर आया। उसे आशा बहू लेकर आयी थी। ओ.टी. मे ले जाने के कुछ देर बाद सर्जन ने उसे चीरा लगाया और चीरा लगते ही उसकी हालत बिगड़ने लगी। यह हाल देखकर डाक्टर भी घबरा गये। महिला को मरणासन्न अवस्था में जिला महिला अस्पताल रेफर किया गया परन्तु वहां पहुंचते-पहुंचते ही महिला ने दम तोड़ दिया। महिला अस्पताल की सीएमएस डा. किशोर ने सुनैना को मृत घोषित कर दिया। इस घटना में महिला की हालत देखकर अन्य महिलाये भाग खड़ी हुयी। कुछ महिलाये मारे डर के नसबन्दी आपरेशन नही कराया। महिला के पति व परिजनो का आरोप है कि डाक्टरो की लापरवाही से महिला की मौत हुयी है।
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