टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ का धरना-प्रदर्शन रविवार को पांचवें दिन भी पूर्वांचल समेत पूरे प्रदेश में जारी रहा। शिक्षामित्रों ने गोंडा में अर्द्धनग्न होकर प्रदर्शन किया , शिक्षामित्रों ने गाजीपुर में केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल का घेराव किया। वहीं समायोजन रद्द होने से दुखी गाजीपुर के शिक्षामित्रों ने अर्द्धनग्न प्रदर्शन कर सरकार के प्रति विरोध जताया।
इस अवसर पर आयोजित सभा में जिलाध्यक्ष रामप्रताप ने यादव शिक्षामित्रों का आह्वान किया कि वह अपने जीवन की सबसे महत्वपूर्ण लड़ाई में दमदारी से संघर्ष करें। धरना सभा में उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से अधिकारियों के माध्यम से विद्यालय जाने का दबाव बनाया जा रहा है।
मौखिक दबाव से शिक्षामित्र नहीं झुकेंगे। लिखित आदेश के बाद धरना प्रदर्शन स्थगित होगा। उन्होंने उपस्थित शिक्षामित्रों से एकजुट होकर आगे आने की अपील की। उधर, आदर्श समायोजित शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के तत्वावधान में आयोजित धरना में वक्ताओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी मांगों को नजरअंदाज किया गया तो वह संघर्ष करने को विवश होंगे।
जिलाध्यक्ष अशोक राय ने कहा कि सरकार की तरफ से कोई निर्णय नहीं लेना उसकी उदासीनता का परिचायक है। उन्होंने उपस्थित शिक्षामित्रों से हक के लिए एकजुट होने की अपील की। उधर, मिर्जापुर में समायोजित शिक्षामित्रों ने आंदोलन में तेजी लाते हुए रविवार को कलेक्ट्रेट से जुलूस निकालकर भरुहना स्थित केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल के कार्यालय पहुंचकर उनका घेराव किया।
शिक्षामित्रों ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा उनका बतौर शिक्षक समायोजन रद्द किए जाने के बाद सरकार से उनके हित में निर्णय लेने की मांग की। इस पर अनुप्रिया पटेल ने कहा कि सरकार समायोजित शिक्षकों के भविष्य को लेकर गंभीर है।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए निर्णय पर सरकार द्वारा विचार विमर्श किया जा रहा है। सरकार समायोजित शिक्षकों का नुकसान नहीं होने देगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि जिले के समायोजित शिक्षकों की समस्याओं को प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री तक पहुंचाकर समस्या के समाधान का प्रयास करेंगी।
तब तक समायोजित शिक्षक धरना-प्रदर्शन को समाप्त करें। केंद्रीय स्वास्थ्य परिवार कल्याणमंत्री ने कहा कि सरकार समायोजित शिक्षकों के साथ खड़ी है, सरकार द्वारा उचित निर्णय लेने तक धैर्य रखें।
मौखिक दबाव से शिक्षामित्र नहीं झुकेंगे। लिखित आदेश के बाद धरना प्रदर्शन स्थगित होगा। उन्होंने उपस्थित शिक्षामित्रों से एकजुट होकर आगे आने की अपील की। उधर, आदर्श समायोजित शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के तत्वावधान में आयोजित धरना में वक्ताओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी मांगों को नजरअंदाज किया गया तो वह संघर्ष करने को विवश होंगे।
जिलाध्यक्ष अशोक राय ने कहा कि सरकार की तरफ से कोई निर्णय नहीं लेना उसकी उदासीनता का परिचायक है। उन्होंने उपस्थित शिक्षामित्रों से हक के लिए एकजुट होने की अपील की। उधर, मिर्जापुर में समायोजित शिक्षामित्रों ने आंदोलन में तेजी लाते हुए रविवार को कलेक्ट्रेट से जुलूस निकालकर भरुहना स्थित केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल के कार्यालय पहुंचकर उनका घेराव किया।
शिक्षामित्रों ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा उनका बतौर शिक्षक समायोजन रद्द किए जाने के बाद सरकार से उनके हित में निर्णय लेने की मांग की। इस पर अनुप्रिया पटेल ने कहा कि सरकार समायोजित शिक्षकों के भविष्य को लेकर गंभीर है।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए निर्णय पर सरकार द्वारा विचार विमर्श किया जा रहा है। सरकार समायोजित शिक्षकों का नुकसान नहीं होने देगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि जिले के समायोजित शिक्षकों की समस्याओं को प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री तक पहुंचाकर समस्या के समाधान का प्रयास करेंगी।
तब तक समायोजित शिक्षक धरना-प्रदर्शन को समाप्त करें। केंद्रीय स्वास्थ्य परिवार कल्याणमंत्री ने कहा कि सरकार समायोजित शिक्षकों के साथ खड़ी है, सरकार द्वारा उचित निर्णय लेने तक धैर्य रखें।
No comments:
Post a Comment