Thursday, March 2, 2017

शादी के बाद लडकियों का बहकता है मन, शादीशुदा लड़कियों का कॉलेज में एडमिशन' नहीं


ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो.
 नई दिल्ली. तेलंगाना सरकार ने विवाहित महिला कैंडिडेट को कॉलेजों में एडमिशन देने से माना कर दिया है. सरकार ने कहा कि अविवाहित महिला कैंडिडेट ही कॉलेजों में एडमिशन ले सकती हैं. एक नोटिफिकेशन के जरिए सरकार ने सोशल वेलफेयर रेजिडेंशियल वुमेन डिग्री कॉलेजों के अंडरग्रेजुएट कोर्स के लिए बोला है. इन कोर्स में बीए, बी कॉम, बीएससी शामिल है. सरकार का मानना है कि शादी के बाद लडकियों का मन पढाई में नहीं लगता उनका मन बहकता जाता है. उनका कहना है कि शादीशुदा महिला कॉलेजों में भटकाव पैदा करती हैं. टीओई की रिपोर्ट के मुताबिक, यह अजीबोगरीब नियम पिछले एक साल से लागू है. 23 आवासीय कॉलेजों के करीब 4 हजार सीटों पर एडमिशन इस नियम से होता है. इन कॉलेजों में महिला कैंडिडेट को सभी चीजें मुफ्त दी जाती हैं. सोसायटी के कंटेंट मैनेजर बी वेंकट राजू ने मीडिया को बताया है कि ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि शादीशुदा महिलाओं को एडमिशन देने पर उनके पति भी कॉलेज विजिट करते हैं. इससे बाकी महिलाओं का ध्यान भटक सकता है. जबकि सोसाइटी के सेक्रेटरी आरएस प्रवीन ने कहा कि आवासीय कॉलेजों का मकसद ये था कि बाल विवाह रुक सके. इसलिए हम शादीशुदा लड़कियों को प्रोत्साहित नहीं करते है. हालांकि, उन्होंने यह बात जोड़ी कि अगर कोई शादीशुदा महिला एडमिशन के लिए संपर्क करती हैं तो उन्हें मना नहीं किया जाएगा.

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