जवाहर लाल यूनीवर्सिटी (जेएनयू) में उच्च स्तरीय जांच समिति के फैसले के खिलाफ छात्रसंघ ने देशव्यापी अभियान की चेतावनी दी है। अपनी प्रतिक्रिया में जेएनयू छात्रसंघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने कहा है कि हास्यास्पद जांच के आधार पर दंडात्मक कार्रवाई अस्वीकार्य है और छात्रसंघ इसे खारिज करता है। बता दें कि कन्हैया कुमार पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने 10 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है। वहीं, कन्हैया ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘जेएनयूएसयू हास्यास्पद समिति के आधार पर प्रशासन की ओर से दंड दिए जाने को खारिज करता है।’
इस मामले में आरोपी बनाए गए छात्र उमर खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य ने कहा है कि उन्हें विश्वविद्यालय से निष्कासन का फैसला नामंजूर है। दोनों ने जांच समिति के फैसले पर सवाल उठाए। अनिर्बान और उमर ने आरोप लगाया है कि प्रशासन की कार्रवाई आरएसएस की शह पर परेशान करने जैसी है। हाई लेवल कमिटी ने नौ फरवरी के विवादास्पद कार्यक्रम के मामले में आरोपी छात्रों को सजा सुनाते हुए जुर्माना भी लगाया है। इस मामले में छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार को गिरफ़्तार भी किया गया था। बाद में ज़मानत पर उन्हें रिहा किया गया था।
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