टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
बाराबंकी : राजधानी से सटे जिले में कच्ची शराब का कारोबार कुटीर उद्योग बनता जा रहा है। कार्रवाई में बरती जा रही शिथिलता के चलते ग्रामीण क्षेत्रों में कच्ची शराब की भट्ठियां धधक रही हैं। इनमें भी दूसरे जनपद के सीमावर्ती क्षेत्रों में यह कारोबार ज्यादा फलफूल होता है। लोकसभा चुनाव नजदीक होने के कारण अब इसमें तेजी आई है। इससे संबंधित गांवों में शिक्षा की स्थिति जहां बदतर हो रही है वहीं अवैध शराब पीने से मौते,उत्पीड़न और मारपीट ,हत्या की भी घटनाएं भी बढ़ी हैं।
कोतवाली हैदरगढ़ क्षेत्र बनवारगंज,मिश्रनपुरवा,पोखरा,दतौली,चौबीसी,लाही बार्डर भिखरा व सुबेहा थाना क्षेत्र के कई गांव में और लोनीकटरा के लदईकापुरवा कान्हूपुर,मन्झुपुर,दहिला,भीतरी,गौरव–उस्मानपुर,शिवनाम,कोठी थाना क्षेत्र के कामालाबाद,पट्टी,मदारीपुर,न्यौछाना,छतौनी,मुबारकपुर,दरियाबाद के अलियाबाद क्षेत्र के इमिलिहा, औदानपुरवा, मक्कापुरवा, ऊसरी, मदारपुर, अलियाबाद, खोदायपुर में बड़े पैमाने पर कच्ची शराब तैयार की जाती है। अलियाबाद चौकी से सटे खरचा मोहल्ला में प्रतिदिन सैकड़ों लीटर कच्ची शराब बिकती है। वहीं दरियाबाद क्षेत्र में पाउच में पैकिंग कर सप्लाई की जाती है। इसकी पोल भी पिछले वर्ष आबकारी विभाग की छापेमारी में खुल चुकी है। आबकारी विभाग ने बेहटा गांव में छापा मारा था। यहां पर टिकैतनगर थाना क्षेत्र के सनावा निवासी रामहेत पुत्र बहादुर व रायपुर मांझा निवासी कानसू यादव पुत्र मातादीन को 500 एमएल की शराब की पाउच पैक करते हुए धरदबोचा था। टीम ने चार दर्जन से अधिक पैक पॉउच व बीस लीटर शराब बरामद किया था। यहां से गांवों व ईंट भट्ठों पर शराब की सप्लाई होती है। बेहटा, जटहा, सुल्तानी पुरवा, बेलहरी, मिर्जापुरवा, मझार, गाजीपुर, सैदखानपुर, नेवली दनापुर, रसूलपुर, मालिनपुर, शोभापुर, खरगवापुर, विश्राम पुरवा, नेवली दनापुर, उसरा, मन्नूलालपुर आदि में कच्ची शराब बनाई जाती है।
रामसनेहीघाट कोतवाली क्षेत्र के महाराजगंज, बेल्हा, मुन्नू का पुरवा, भुड़हरी, काशीपुर, बाजपुर, भवनियापुर, ताला गांव के पास आदि स्थानों पर कच्ची शराब बनाने की सूचना समय-समय पर प्राप्त होती है।
निन्दूरा ब्लॉक के कुर्सी क्षेत्र के गांव बेहड़पुरवा, बसारा, घुंघटेर क्षेत्र के महोलिया, सैंदर समेत कई गांवों में कच्ची शराब बड़े पैमाने पर बनती है।
सूरतगंज क्षेत्र के मोहम्मदपुर खाला थाना क्षेत्र के लालपुर, करौता, गुड़ियानपुरवा, मिर्जापुर, भगहार झील, मौसंडी, भगवानीपुरवा, नारेपर, टेकवा, मुकौली, चैनपुरवा गांव में कच्ची शराब धड़ल्ले से बनाई जाती है।
सतरिख के झींझामऊ, नगरौरा, लखैचा, तेलियाकुंड समेत कई अन्य गांव में कच्ची शराब का धंधा फल फूल रहा है। महीने पहले पुलिस ने झींझामऊ गांव में छापा मारकर करीब 30 ¨क्वटल लहन व शराब बनाने के उपकरण बरामद किए थे। मामले में गांव के दो व्यक्तियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। यहां अभी भी शराब बनती है, लेकिन किसी के पीने से मौत की पुष्टि अभी तक नहीं हुई है। जैदपुर क्षेत्र के अहमदपुर, देवकली, कटरा सहित कई गांव में शराब बनाई व बेची जाती है।
चार को भेजा गया जेल
त्रिवेदीगंज के लोनीकटरा पुलिस ने गुरुवार शाम कंदमऊ निवासी अमरकेश, राजकुमार रावत, सुरेंद्र कुमार व थाना कोठी के मदारीपुर निवासी शिवभोला को कंदमऊ गांव के पास से चालीस लीटर शराब के साथ पकड़ा कर जेल भेजा है।
अभियान की शुरुआत हो गई है। सभी थानों को सूचना दे दी गई है कि वह अपने क्षेत्रों में छापेमारी कर कच्ची शराब बनाने वालों को पकड़कर जेल भेजे।
-अशोक कुमार, अपर पुलिस अधीक्षक, बाराबंकी।


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