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न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ. बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीक़ी ने आज बसपा के प्रदेश मुख्यालय में कहा कि भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह ने अभी हाल में, हमारी पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती के बारे में जिस प्रकार की अभद्र, अमर्यादित और अति आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया है उसे लेकर पूरे देश में हमारी पार्टी के लोगों में जबरदस्त गुस्सा व आक्रोश व्याप्त है. जिसके तहत ही कल लखनऊ में भी इसके विरोध में हमारे लोगों ने जबरदस्त धरना प्रदर्शन किया और हमारे लोगों की लखनऊ के पुलिस प्रशासन से यह खास मांग थी कि दयाशंकर सिंह को तुरन्त ही गिरफ्तार किया जाये और उनके विरूद्ध कड़ी से कड़ी कार्यवाही भी की जाये
नसीमुद्दीन ने कहा कि हमें यहाँ के पुलिस प्रशासन ने इनको 36 घन्टों के अन्दर गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया. जिसके बाद फिर हमारे लोगों ने कल ही धरना प्रदर्शन खत्म कर दिया था. लेकिन इसके साथ-साथ हमारे लोगों ने यह भी फैसला लिया कि यदि यहाँ के पुलिस प्रशासन द्वारा इनको 36 घन्टों के अन्दर- अन्दर गिरफ्तार नहीं किया जाता है, तो फिर हमारी पार्टी चुप नहीं बैठेगी और इसके लिये फिर हमारी पार्टी इसी महीने 25 जुलाई को उ.प्र. के लखनऊ मण्डल को छोड़कर प्रदेश के सभी 17 मण्डल हेड- क्वार्टर में, इसकी गिरफ्तारी को लेकर, फिर से धरना-प्रदर्शन करेगी. इसके बाद फिर आगे की और भी रणनीति तैयार करेगी.
उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी का यह मानना है कि गुजरात के ‘‘ऊना दलित उत्पीड़न काण्ड’’ को दबाने के लिये बीजेपी ने जो यहाँ दयाशंकर सिंह के माध्यम से घिनौनी राजनीति की है, उसे हमारे लोग कतई भी बर्दाश्त नहीं करेंगे और इसकी गिरफ्तारी को लेकर हम लोग हर सम्भव पूरा- पूरा प्रयास करेंगे. इतना ही नहीं बल्कि भाजपा ने अपना राजनैतिक नुकसान होते हुये देखकर अब इस मामले को जो आज इन्होंने नया मोड़ देने का प्रयास किया है, तो उससे भी, इस पार्टी को कोई लाभ मिलने वाला नहीं है.
नसीमुद्दीन सिद्दीक़ी ने कहा कि मुझे कुछ चैनलों के माध्यम से यह मालूम हुआ है कि दयाशंकर सिंह की मां ने कल लखनऊ में किये गये धरना-प्रदर्शन को लेकर आज एक शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें उन्होंने मेरे एवं मेरे कुछ अन्य साथियों के ऊपर यह आरोप लगाया है कि धरना प्रदर्शन के दौरान उनके लड़के दयाशंकर सिंह को कुत्ता कहकर अपमानित किया गया है. इस सम्बन्ध में मीडिया के माध्यम से मैं यह कहना चाहूँगा कि उनके बेटे दयाशंकर सिंह ने हमारी पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष के बारे में जिस प्रकार की अभद्र अमर्यादित व अति आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया है, तो ऐसी भाषा का इस्तेमाल एक इन्सान नहीं बल्कि जानवर ही कर सकता है.
इसके साथ ही इसी शिकायत में यह भी कहा गया है कि धरना प्रदर्शन के दौरान यह भी नारे लगाये गये कि दयाशंकर सिंह अपनी मां को, बहन को, बेटी को पेश करो – पेश करो’’, जो कि उनके हिसाब से यह अमर्यादित नारे बताये गये हैं. इसके बारे में मेरा यह कहना है कि दयाशंकर सिंह की मां का यह आरोप बिल्कुल निराधार एवं गलत है और यह सब हमें केवल बीजेपी की एक सोची-समझी रणनीति ही लगती है. जबकि इस बारे में सही तथ्य यह है कि कल के भाषणों में यह कहा गया था कि जिन अशोभनीय व अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल दयाशंकर सिंह ने हमारी पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष के बारे में किया है, क्या इस भाषा को दयाशंकर सिंह की मां, बहन व बेटी सही ठहरायेंगी या फिर इसकी निन्दा व भर्त्सना करेंगी. इसलिये नारे में दयाशंकर सिंह से कहा गया कि इनको हमारे सामने पेश करो. ताकि उनसे यह पूछा जा सके कि क्या वो दयाशंकर सिंह द्वारा इस्तेमाल किये गये ऐसे घिनौने व अमर्यादित शब्दों से सहमत है या नहीं.
उन्होंने कहा कि कल के धरना-प्रदर्शन के नारों में किसी भी प्रकार के अपशब्दों का इस्तेमाल दयाशंकर सिंह की मां, बहन व बेटी के लिये नहीं किया गया है. क्योंकि हमारी पार्टी व पार्टी के सभी छोटे- बड़े नेता व कार्यकर्तागण, सभी समाज की मां, बहन- बेटी का पूरा- पूरा सम्मान व इज्ज़त करते हैं.
उन्होंने कहा कि आज की शिकायत सिर्फ बीजेपी के षड्यंत्र के तहत ही दयाशंकर सिंह के घोर अपराध के ऊपर से ध्यान हटाने के उद्देश्य से तथा इस पर पर्दा डालने के लिये ही की गई है.

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