Thursday, June 9, 2016

औरैया :अब ओरैया में ‘जवाहरबाग कांड’ करवाने वाली है सरकार

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
औरैया। मथुरा में जवाहरबाग कांड ने देश को हिलाकर रख दिया है। जवाहरबाग के मुख्‍य आरोपी रामवृक्ष ने लोगों की जान लेकर देश पर धब्‍बा लगाया है। जवाहरबाग कांड को लेकर खूब राजनीति भी हो रही है।

जवाहरबाग कांड

एक और जवाहरबाग कांड की तैयारी

मथुरा के जवाहरबाग हत्‍याकांड के बाद एक और जवाहरबाग कांड की तैयारी हो रही है। इसी बीच सत्तारूढ़  दल के एक विधायक द्वारा करोड़ों की सरकारी जमीन को कब्जा कर लेने का मामला भी सामने आ गया है। सपा प्रमुख के अति करीबी विधायक ने अपने बिधूना कसबे में स्थित रामलीला मैदान को ना केवल अपने कब्जे मे कर लिया बल्कि उस पर अपनी विधायक निधि से रैना बसेरा के नाम पर एक आलीशान भवन का निर्माण भी करवा लिया है।
शानो शौकत का हर सामान मौजूद
खबर मिली है कि रैन बसेरा के नाम पर बने इस भवन में सुख सुविधा और शान ओ शौकत का हर सामान उपलब्ध है। हालांकि रामलीला के लिए सरकार को जमीन दान में देने वाले किसानों के परिजनों ने सूबे के सभी वरिष्ठ अफसरों और डीजीपी को भेजे खत के माध्यम से गुहार लगाई है कि दबंग सपा विधायक के कब्जे से रामलीला मैदान की जमीन को खाली करा कर प्रशासन के सुपुर्द कराएं ।
बिधूना विधानसभा का है मामला
नया मामला औरैया जिले के बिधूना विधानसभा का है। सपा विधायक ने इस करोड़ों की जमीन पर रैन बसेरा बनवाया तो है लेकिन यहां कोई भी यात्री नहीं आता है। यहां अक्सर सपा के ताकतवर विधायक का दरबार सजता है। यहां सर्दियों में कुछ दिनों के लिए रामलीला भी होती है जिसमे नामी नर्तकियों की घुंघरुओं की आवाज पर विधायक मदमस्त होते हैं। विधायक के इस रैन बसेरा में ऐशो आराम की हर वह वस्तु मौजूद है जो विधायक को प्रिय है।
पूर्व विधायक ने ही खोला मोर्चा
पूर्व विधायक और उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री रहे विनय शाक्य ने सपा विधायक प्रमोद गुप्ता की पूरी पोल खोल कर रख दी है। शाक्य ने दस्तावेजी सबूत दिखाते हुए कई सवाल खड़े किये हैं। पूर्व मंत्री विनय शाक्य के आरोपों के अनुसार बिधूना नगर मे सरकारी भूमि संख्या 708 एंव 711 जो कि रामलीला मैदान के नाम से दर्ज है। लेकिन सरकारी जमीन हथियाने के लिए अपनी गिद्ध निगाह लगाए प्रमोद गुप्ता ने अपना खेल तब शुरू किया जब वह बिधूना नगर पंचायत के अध्यक्ष बने।
फर्जी तरीके से जमीन पर किया कब्‍जा
सपा विधायक प्रमोद गुप्ता ने नगर पंचायत के चैयरमैन रहते हुए रामलीला मैदान की जमीन को पटटे के बहाने रामलीला समिति के नाम दर्ज कराया, इकरार नामे में नगर पंचायत अध्यक्ष और रामलीला समिति के अध्यक्ष के तौर पर दोनों स्थानों पर सपा विधायक प्रमोद गुप्ता की ही फोटो का इस्तेमाल किया गया है। नगर पंचायत के अध्यक्ष रहते हुए प्रमोद गुप्ता ने 29 साल का पट्टा करके रामलीला मैदान की जमीन को फर्जी तरीके से इकरारनामे के जरिये अपने नाम करवा कर कब्जा कर लिया जबकी यह जमीन आज भी जिलाधिकारी के नाम से रामलीला समिति के नाम से खतौनी मे दर्ज है ।
विधायक निधि का किया दुरुपयोग
करीब पचास करोड़ की जमीन पर प्रमोद गुप्ता ने 2012 मे विधायक बनने के बाद अपना आवास बना लिया जिसके लिए विधायक निधि से  25 – 25 लाख रूपये की पांच किस्तों को अधिकारियों और बाबुओं की मिली भगत से गलत ढंग से प्रयोग किया गया। करीब सवा करोड़ रुपये की विधायक निधि का प्रयोग विधायक ने रामलीला मैदान की सरकारी जमीन पर रैन बसेरा के नाम पर खर्च कर डाला जिसका उपयोग वह अपने आवास के रूप में करते हैं ।
विधायक के ‘जवाहरबाग कांड’ पर नहीं लिया गया कोई एक्‍शन
रामलीला कराने के लिये बिधूना के बड़े किसान ने इस जमीन को दान में दिया था। विधायक द्वारा फर्जी दस्तावेजों के सहारे कब्जा की गई इस जमीन को खाली कराने के लिए शासन से लेकर जिला प्रशासन तक को कई बार शिकायत दी गई लेकिन अभी तक अधिकारियो ने दंबग विधायक प्रमोद गुप्ता के खिलाफ किसी भी तरह का कोई एक्शन नहीं लिया । जमीन दान में देने वाले किसान के परिवार का कहना है कि प्रमोद गुप्ता सत्तारूढ़ दल के विधायक है और उनकी सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव से रिश्तेदारी है इस लिहाज से उनको वो सब कुछ करने गैर कानूनी करने की इजाजत है जो किसी आम आदमी की हिम्मत की भी बस मे भी नही होता है ।

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