टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
बाराबंकी : वन विभाग व स्थानीय वनमाफियों की मिली भगत से कटान जोरो पर है,वन माफियो ने दर्जनों पेड़ो को बगैर परमिट के ही काट डाला,विभाग केे उच्च आधिकारिओ को जब ईस की जानकारी हुई तो खलबली मच गई,विभाग ने आनन फानन में कार्यवाही की, मामला असन्द्रा थाना के देवरी गांव में मंगलवार को बन माफियाओं ने वन विभाग के गार्ड बंशी यादव व हल्का सिपाही की मिली भगत से प्रतिबंधित हरे सात नीम के पेड़ काट डाले ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस विभाग वन विभाग को दी मौके पर पहुंची पुलिस लकड़ी काटने में लगे मजदूरों को गिरफ्तार कर थाने ले गई और वही काटी गई लकड़ी को अपने कब्जे में ले लिया है।
असंद्रा थाना क्षेत्र के जरौली निवासी कमलाकांत पुत्र प्राण नाथ शुक्ला की जमीन देवरी गांव में है उनकी जमीन पर लगभग 20 नीम के पेड़ में लगे थे जिन्हें वन माफिया श्रीकांत बाजपेई सीताकांत व रमेश यादव उर्फ हग्गन द्वारा सोमवार को नीम के हरे भरे नीम के पेड़ों की डालों को काट डाला और मंगलवार को लगभग 7 पेड़ों को काटकर जमीन पर गिरा दिया नीम के प्रतिबंधित को काटने की शिकायत ग्रामीणों द्वारा वन विभाग से की गई लेकिन मौके पर कोई भी वन विभाग का अधिकारी व कर्मचारी नहीं पहुंचा जबकि ग्रामीणो का कहना है की फारेस्ट गार्ड वंशी खडे पेडो को कटवा रहे थे। यह देख ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी मौके पर पहुंची पुलिस ने लकड़ी काटने में लगे मजदूरों को गिरफ्तार कर लिया और काटी गई लकड़ी को थाने पर ले आये और कार्यवाही शुरू कर दी है।
इस संबंध में थानाध्यक्ष असंद्रा धीरेंद्र कुमार वर्मा का कहना है देवरी गांव में प्रतिबंधित हरे नीम के पेड़ों के काटने की सूचना मिली थी मौके पर पुलिसकर्मियों को भेजकर कार्यवाही की जा रही है।लकडी को कब्जे में ले लिया गया है।वहीं वन दरोगा रामसेवक यादव का कहना है देवरी गांव में इतने बड़े पैमाने पर नीम के पेड़ों को काटने कि मुझे कोई सूचना नहीं है ना ही विभाग द्वारा कोई परमिट जारी किया गया है शिकायत मिली है पूरे प्रकरण की जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।


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