बस्ती : नगरपालिका में पांच करोड़ की परियोजना वाली फाइल एक साल से गायब है। इसकी जांच के लिए एसडीएम की अध्यक्षता में टीम भी बनाई गई मगर अभी तक टीम ने रिपोर्ट ही नहीं दी। अब डीएम अरविंद कुमार सिंह ने एसडीएम को जांच पूरा करने का आदेश फिर से दिया है।
वर्ष 2015-16 में केंद्र की यूआईडीएसएसएमटी योजना (अर्बन इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट स्कीम स्माल टाउन) में मालवीय रोड के सुधार के लिए पांच करोड़ की धनराशि नगरपालिका को दी गई। इसका ठेका कुमार कांस्ट्रक्शन को मिला। इस प्रोजेक्ट का इंचार्ज आरईडी के जेई और पालिका एवं डूडा में संबद्ध ब्रह्म प्रकाश मिश्र को बनाया गया। निर्माण के दौरान अनियमितता होने की शिकायत शासन में हुई। शासन के निर्देश पर प्रशासन ने 10 नवंबर 16 को एसडीएम सदर राजनरायन तिवारी, एई पीडब्लूडी निर्माण खंड-एक विद्याशंकर सिंह एवं जेई पीडब्लूडी निर्माण खंड-एक के प्रमोद सिंह की टीम बनाई गई। टीम को एक सप्ताह में जांच रिपोर्ट देने का आदेश हुआ। इस बीच पता चला प्रोजेक्ट से संबधित अभिलेख और एमबी जेई के पास है। मांगने के बावजूद फाइल जांच टीम को उपलब्ध नहीं कराई जा रही। तब सहायक अभियंता अजय कुमार मिश्र ने नौ दिसंबर 16 को जेई को पत्रावली और एमबी उपलब्ध कराने के लिए नोटिस जारी किया। बावजूद पत्रावली उपलब्ध नहीं कराई गई। इसी बीच जेई को उनके मूल विभाग में भेज दिया गया। इसके साथ ही मामले को रफा-दफा करने की साजिश की गई। बताते हैं कि पांच करोड़ में से पालिका ने लगभग आधे का भुगतान भी बिना प्रोजेक्ट पूरा किए कर दिया। अवशेष धनराशि डंप है। जांच अधिकारी ने बताया कि इसके लिए संबंधित को नोटिस जारी किया जा रहा है। मामले को दबाने में पूर्व पालिका प्रशासन का योगदान होने का भी आरोप लग रहा है। कहा जा रहा है कि पत्रावली गायब होने के बावजूद न तो प्राथमिकी दर्ज कराई गई न ही अधूरे कार्य को ही पूरा किया गया। डीएम ने कहा कि गड़बड़ी करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए जांच के फिर से आदेश दिए गए हैं।

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