Saturday, April 8, 2017

फिर मचने वाला है नोटों का हाहाकार

फिर मचने वाला है नोटों का हाहाकार

नई दिल्ली. नोटबंदी के बाद नोटों के लिये मचा हाहाकार अगर याद हो तो इसके लिये एक बार तैयार हो जाइये. यह हाहाकार फिर शुरू होने वाला है. देश के कई शहरों में नोटों की दिक्क़त शुरू हो चुकी है. कई एटीएम या तो खाली हैं या फिर वहां का शटर डाउन है. इसकी वजह यह है कि रिज़र्व बैंक ऑफ़ इण्डिया ने नोटों की सप्लाई में 25 फीसदी की कमी कर दी है. ऐसा नहीं है कि देश के पास नोटों की कमी हो गई है. नोट पर्याप्त मात्रा में हैं. रिज़र्व बैंक ने नोटों की सप्लाई में जो कमी की है उसमें केन्द्र सरकार की मर्जी शामिल है. दरअसल केन्द्र सरकार डिज़िटल ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देना चाहती है. सरकार की मर्जी है कि पूरे देश में कैशलेस व्यवस्था को बढ़ावा दिया जाये. नोटबंदी के बाद लोगों ने सरकार की मंशा के अनुरूप कैशलेस व्यवस्था को अपनाया भी था लेकिन अब फिर पूरा कारोबार कैश पर आधारित हो गया है ऐसे में रिज़र्व बैंक ने नोटों की सप्लाई में 25 फीसदी की कमी कर लोगों की मुसीबतों में इजाफा कर दिया है. कैशलेस व्यवस्था में कमी आने के बाद स्थितियां ऐसी हो गई हैं कि बैंकों में जमा कम हो रहा है और निकाला ज्यादा जा रहा है. ऐसे में बैंकों की हालत का लड़खड़ाना तय है. बैंकों की हालत को सुद्रढ़ बनाने के लिये सरकार ने यह कदम उठाया है.


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