नई दिल्ली. नोटबंदी के बाद नोटों के लिये मचा हाहाकार अगर याद हो तो इसके लिये एक बार तैयार हो जाइये. यह हाहाकार फिर शुरू होने वाला है. देश के कई शहरों में नोटों की दिक्क़त शुरू हो चुकी है. कई एटीएम या तो खाली हैं या फिर वहां का शटर डाउन है. इसकी वजह यह है कि रिज़र्व बैंक ऑफ़ इण्डिया ने नोटों की सप्लाई में 25 फीसदी की कमी कर दी है. ऐसा नहीं है कि देश के पास नोटों की कमी हो गई है. नोट पर्याप्त मात्रा में हैं. रिज़र्व बैंक ने नोटों की सप्लाई में जो कमी की है उसमें केन्द्र सरकार की मर्जी शामिल है. दरअसल केन्द्र सरकार डिज़िटल ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देना चाहती है. सरकार की मर्जी है कि पूरे देश में कैशलेस व्यवस्था को बढ़ावा दिया जाये. नोटबंदी के बाद लोगों ने सरकार की मंशा के अनुरूप कैशलेस व्यवस्था को अपनाया भी था लेकिन अब फिर पूरा कारोबार कैश पर आधारित हो गया है ऐसे में रिज़र्व बैंक ने नोटों की सप्लाई में 25 फीसदी की कमी कर लोगों की मुसीबतों में इजाफा कर दिया है. कैशलेस व्यवस्था में कमी आने के बाद स्थितियां ऐसी हो गई हैं कि बैंकों में जमा कम हो रहा है और निकाला ज्यादा जा रहा है. ऐसे में बैंकों की हालत का लड़खड़ाना तय है. बैंकों की हालत को सुद्रढ़ बनाने के लिये सरकार ने यह कदम उठाया है.
Saturday, April 8, 2017
फिर मचने वाला है नोटों का हाहाकार
नई दिल्ली. नोटबंदी के बाद नोटों के लिये मचा हाहाकार अगर याद हो तो इसके लिये एक बार तैयार हो जाइये. यह हाहाकार फिर शुरू होने वाला है. देश के कई शहरों में नोटों की दिक्क़त शुरू हो चुकी है. कई एटीएम या तो खाली हैं या फिर वहां का शटर डाउन है. इसकी वजह यह है कि रिज़र्व बैंक ऑफ़ इण्डिया ने नोटों की सप्लाई में 25 फीसदी की कमी कर दी है. ऐसा नहीं है कि देश के पास नोटों की कमी हो गई है. नोट पर्याप्त मात्रा में हैं. रिज़र्व बैंक ने नोटों की सप्लाई में जो कमी की है उसमें केन्द्र सरकार की मर्जी शामिल है. दरअसल केन्द्र सरकार डिज़िटल ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देना चाहती है. सरकार की मर्जी है कि पूरे देश में कैशलेस व्यवस्था को बढ़ावा दिया जाये. नोटबंदी के बाद लोगों ने सरकार की मंशा के अनुरूप कैशलेस व्यवस्था को अपनाया भी था लेकिन अब फिर पूरा कारोबार कैश पर आधारित हो गया है ऐसे में रिज़र्व बैंक ने नोटों की सप्लाई में 25 फीसदी की कमी कर लोगों की मुसीबतों में इजाफा कर दिया है. कैशलेस व्यवस्था में कमी आने के बाद स्थितियां ऐसी हो गई हैं कि बैंकों में जमा कम हो रहा है और निकाला ज्यादा जा रहा है. ऐसे में बैंकों की हालत का लड़खड़ाना तय है. बैंकों की हालत को सुद्रढ़ बनाने के लिये सरकार ने यह कदम उठाया है.
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
All
SC ने पब्लिक सर्वेंट की तत्काल अरेस्टिंग पर लगाई रोक, कहा-इस एक्ट का हो रहा है दुरुपयोग
टीम ब्रेक न्यूज ब्यूरो नई दिल्ली. एससी-एसटी एक्ट के तहत मामलों में सुप्रीम कोर्ट ने नई गाइडलाइंस जारी की हैं. एक याचिका पर सुनवाई के दौ...
-
टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो बस्ती : जिले में बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी नाम और पते पर नौकरी करने वाले शिक्षक का भंडाफोड़ हो गया। जिले के गौर...
-
ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो लखनऊ. आयकर विभाग ने शनिवार को समाजवादी पार्टी एमएलसी संतोष यादव ‘सनी’ के ठिकाने पर छापेमारी की. दरअसल जब से देश...
-
ब्रेक न्यूज वेब टीम एक मशहूर स्टेज अदाकारा का सिर्फ न क़त्ल किया गया बल्कि उसे मौत के घाट उतारने से पहले उसके साथ रेप भी किया गया. इस ए...
-
टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो बाराबंकी झोलाछाप डॉक्टरों पर नकेल न कसने की वजह से एक बार फिर मरीज की जान झोलाछाप डॉक्टर के इलाज ने ले ली। प्रशा...
-
टीम ब्रेक न्यूज ब्यूरो लखनऊ छह दिसंबर से पहले मंदिर निर्माण के लिए अध्यादेश न लाने पर आत्मदाह करने की धमकी देने वाले संत परमहंस की जमानत...
-
ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो बाराबंकी एसपी द्वारा किए गए फेरबदल के तहत सुबेहा थानाध्यक्ष रहे जावेद इकबाल खान को वहां से हटाकर क्राइम ब्रांच स्वाट ट...
-
ब्रेक न्यूज ब्यूरो कानपुर. शादी की रस्में चल रहीं थीं कि अचानक एक लड़की अपने हाथों में तमंचा लिए वहां पहुंची. इसके बाद तो जो हुआ वह देखने...
-
टीम ब्रेक न्यूज ब्यूरो लखनऊ. उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने बसपा प्रमुख मायावती पर ताबड़तोड़ हमला किया है. श्री मौया ने कहा कि अखि...
-
ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो महाराजगंज कोठीभार थाना क्षेत्र के सिसवा कस्बे के मिस्कारी टोला निवासी छोटेलाल खरवार बुधवार की देर शाम सप्तक्रांति एक्...
-
यूपी के बरेली और शाहजहांपुर में दिनदहाड़े हत्याओं से सनसनी फैल गई। बरेली में कालेज के चपरासी को युवकों ने कालेज के बाहर ही गोली मार दी। माम...
No comments:
Post a Comment