Monday, June 4, 2018

राजेश साहनी की पत्नी को OSD का पद, बेटियों की पढ़ाई का खर्च भी उठाएगी योगी सरकार

राजेश साहनी की पत्नी को ओएसडी का पद, बेटियों की पढ़ाई का खर्च उठाएगी योगी सरकार
टीम ब्रेक न्यूज ब्यूरो 
लखनऊ. यूपी एटीएस के एसपी राजेश साहनी की पत्नी को प्रदेश सरकार ने पुलिस विभाग में ओएसडी पद पर नियुक्त करने का प्रस्ताव तैयार किया है. साथ ही एटीएस के इस अधिकारी की बेटियों की पढ़ाई का खर्च भी उठाने का प्रदेश सरकार ने फैसला किया है. इस बाबत शासन की ओर से गृह विभाग को एक पत्र लिखकर यह निर्देश जारी किया गया है. जानकारी के मुताबिक राजेश साहनी की बेटी को मुंबई के टाटा इंस्टीट्यूट आॅफ सोशल साइंसेज में दाखिला मिला है. साथ ही राजेश साहनी की मौत के बाद पीपीएस एसोसिएशन की बैठक के बाद एक प्रतिनिधिमंडल सीएम योगी आदित्यनाथ से भी मिला था. इस प्रतिनिधिमंडल ने राजेश साहनी की मौत पर सवाल खड़ा करते हुए इसकी जांच की मांग की थी. साथ ही पीड़ित परिवार की ओर से कुछ और मांगें भी उनके सामने रखी थीं. सीएम ने इन मांगों पर अपनी सहमति दे दी है. राजेश साहनी की मौत की सीबीआई जांच कराने की भी उन्होंने मांग मान ली थी. साथ ही राजेश साहनी की बेटी की पढ़ाई का पूरा खर्च प्रदेश सरकार की ओर से वहन करने की बात कही है. प्रदेश सरकार ने राजेश साहनी को आवंटित आवास को उनके परिवार के पास बरकरार रखने का फैसला लिया है. साथ ही राजेश साहनी की पत्नी को पुलिस विभाग में ओएसडी पद प्रस्ताव भी तैयार किया है. यदि वह चाहें तो इस पद पर नियुक्ति ले सकती हैं. प्रदेश सरकार ने इस बाबत एक पत्र भी गृह विभाग को लिखा है. जिसमें राजेश साहनी के परिवार से सम्बंधित ये निर्देश दिए गए हैं. बता दें कि पीपीएस एसोसिएशन की बैठक में पीड़ित परिवार की मदद करने का फैसला हुआ था. इसमें राजेश साहनी के परिवार की आर्थिक मदद के लिए विभाग से रैंक के अनुसार कोष जुटाने का निर्णय भी लिया गया था. इसके तहत सीओ तीन हजार रुपये और एएसपी पांच हजार रुपये की आर्थिक सहायता राजेश साहनी के परिजनों को 5 जून तक देंगे. यह भी बता दें कि 29 मई को यूपी एटीएस में तैनात एएसपी राजेश साहनी की लाश एटीएस हेडक्वार्टर में मिली थी. गोली लगने के बाद राजेश साहनी की लाश काफी देर तक एक कमरे में पड़ी रही थी. इतना ही नहीं राजेश साहनी की मौत के बाद यूपी एटीएस के आईजी असीम अरुण और उनके मातहतों से परेशान होकर इंस्पेक्टर यतींद्र शर्मा ने डीजीपी को अपना इस्तीफा भेज दिया था. यतींद्र ने एएसपी राजेश साहनी को भी आईजी असीम अरुण की प्रताड़ना का शिकार करार दिया था. यतींद्र का यह भी कहना था कि वह IG असीम अरुण के तानाशाही रवैये से परेशान होकर अपना इस्तीफा दे रहे हैं. राजेश साहनी की मौत पर सवाल राजेश साहनी की यूपी एटीएस हेडक्वार्टर में संदिग्ध प​रिस्थिति में मौत कई सवालों को जन्म दे रही थी. सबसे अहम सवाल यह कि आखिर छुट्टी होने के बावजूद राजेश साहनी अपने आॅफिस क्यों आये थे? घर से खुशनुमा अंदाज में निकले राजेश साहनी के साथ आखिर ऐसा क्या हुआ कि उन्होंने अपने ड्राइवर से सर्विस रिवाल्वर मंगाकर खुद को गोली मार ली? लोगों के मुताबिक राजेश साहनी सुलझे हुए इंसान थे तो उनके मन में किसी बात का उलझाव अचानक पैदा हुआ कि उन्हें खुदकुशी करने का कदम उठाना पड़ा? इतना ही नहीं उन्होंने मरने से से किस से आखिरी बात की थी, जिस कमरे में राजेश साहनी की मौत हुई उससे सटे कमरे में बैठे कर्मियों को गोली चलने की आवाज क्यों नहीं सुनाई दी, जैसे सवाल उनके खुदकुशी करने की दलील को कठघरे में खड़ा करते हैं. जिस कमरे में राजेश साहनी ने खुद को गोली मारी उसमें दो दरवाजे हैं. सामने वाला दरवाला अंदर से बंद था, मगर पिछला दरवाजे पर बाहर से कुंडी लगी थी. यह कुंडी भी आसानी से खुल गई? राजेश साहनी को गोली लगने के बावजूद उन्हें तुरंत अस्पताल क्यों नहीं ले जाया गया, प्राइवेट अस्पताल के डॉक्टर को क्यों बुलाया गया, राजेश साहनी की लाश चार घंटे तक आॅफिस में क्यों पड़ी रही, ये सवाल भी इस मौत के राज को गहरा रहे हैं. इतना ही नहीं जिस ड्राइवर से राजेश साहनी ने रिवाल्वर मंगाई अधिकारी उसे सामने क्यों ने पेश कर रहे हैं?

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