Wednesday, August 17, 2016

ये तस्वीरें बयां करती हैं दुनिया की सबसे खौफनाक कहानियां

ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो 
नई दिल्ली। कहते है कि एक तस्वीर एक पूरी कहानी बयां कर सकती है। तस्वीरों में हजारों शब्द ख़ामोशी से छिपे हुए रहते है जिसे बस देखने भर से इन्सान सबकुछ समझ जाता है। आज हम आपको आज ऐसी ही कुछ चुनिन्दा तस्वीरें दिखाने जा रहे हैं जिन्होंने अपने अन्दर भयानक मंजरों को समेट रखा है।

ये तस्वीरें बयां करती हैं दुनिया की सबसे खौफनाक कहानियां

यह तस्वीरें दुनिया की बेहद दुखद दुर्घटनाओं के बीच लोगों की पीड़ा दुःख और संवेदनाओं को सामने लाती है, जिन्हें देखने के बाद किसी कि भी रूह कांप जाएगी।
कासोवो के  शरणार्थीयों ।विस्थापन के दुःख को समेटती यह तस्वीर कासोवो शरणार्थीयों के एक परिवार की है। अजीम शाला नाम के दो साल के एक बच्चे को फेंसिंग से खींचती उसकी मां का यह दृश्य दुनिया के बेहतरीन फोटों में से एक है। इस फोटो को पुलित्जर पुरस्कार जीतने वाली दुनिया की पहली महिला फोटोग्राफर कैरोल गुजी ने अपने कैमरे में कैद किया था।तस्वीरें
वॉर अंडरफुट। लाइबेरिया के गृहयुद्ध के दौरान इस फोटो को अमेरिका के लॉस एजेंलिस टाइम्स के फोटोग्राफर कैरोलिन कोल ने खींचा था। लाइबेरिया के एक शहर में खींचा गया यह फोटो, युद्धजनक हालातों के बीच एक आदमी के पैरों में पड़ी गोलियों के ढेर को बड़े ही प्रतीकात्मक ढंग से सामने लाने वाला था। इस फोटो के लिए कैरोलिन को पुलित्जर प्राइज मिला था।
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थाइलैंड छात्र हत्याकांड: थाइलैंड में 1976-77 में थामासात यूनिवर्सिटी में छात्रों की बर्बर हत्याओं की इस तस्वीर ने पूरी दुनिया को चौंका दिया। नील अल्विक द्वारा खींचा गया यह फोटो 6 अक्टूबर 1976 का है, जब यूनिवर्सिटी के छात्रों को फील्ड मार्शल थैमोन कीटीकॉर्न का विरोध करने के बाद मौत के घाट उतार दिया गया। छात्रों को मारने की तरीका यह फोटो आज भी बयां करता है। इस फोटो के लिए नील को 1977 का पुलित्जर प्राइज मिला था।तस्वीरें
तूफान के बाद :हैती में 2008 में आए तूफान के बाद की इस तस्वीर को मियानी हेरॉल्ड के फोटोग्राफर पैट्रिक फेयरवेल ने अपने कैमरे में कैद किया था। तस्वीर तूफान के बाद की सारी त्रासदी को कैद करती है। फोटो में एक बच्चा एक स्टॉलर को बचाने के लिए ले जाता हुआ।
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भोपाल गैस त्रासदी 1984: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में 3 दिसंबर 1984 की रात को यूनियन कार्बाइड के एक कारखाने में जहरीली गैस के रिसाव से हजारों लोगों की मौत हो गई। एक छोटे बच्चे को मिट्टी में दफन करने की इस तस्वीर ने पूरी दुनिया को चौंका दिया। यह दुनिया की सबसे मार्मिक और संवदेनशील फोटो कही जाती है। इसे पाब्लो बार्थोलम्यू और प्रसिद्ध फोटोग्राफर रघुराय ने खींचा था। यह फोटो विश्व इतिहास की सबसे भयावह और बड़ी औद्योगिक त्रासदी का दुखद प्रतीक बनीं।
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