ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
एएसपी कुवंर ज्ञानंजय सिंह ने शनिवार को पुलिस लाइन में बताया कि एक जुलाई की रात कोठी थाना क्षेत्र के अजमल पट्टी गांव निवासी राजकुमार रावत पुत्र पूर्णमासी की गोली मारकर हत्या की गई थी। पुलिस ने इस मामले मेें गांव के ही तीन लोगोें के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज की थी।
लेकिन पुलिस जांच में पता लगा कि जो लोग नामजद हैं, उनका वारदात से कोई लेना-देना नहीं है। जिसके बाद पुलिस ने सघन पड़ताल कर तीन आरोपियों महेश निवासी अजमल पट्टी, ननकऊ रावत व राजू निवासी गाम मलौली थाना सतरिख को गिरफ्तार कर उनके पास से हत्या में प्रयुक्त तमंचा, कारतूस बरामद किया है। पुलिस ने इन तीनों आरोपियों को कोठी इलाके के सदरपुर चौराहा पुलिया के पास से शनिवार की सुबह गिरफ्तार करने का दावा किया है।
तीनों आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वे और राजकुमार काफी अच्छे दोस्त थे। पुलिस की माने तो गांव के कालीप्रसाद से आरोपी महेश का भूमि विवाद चल रहा था। जिसके बाद महेश ने राजकुमार व अन्य साथियों के साथ मिलकर प्लान बनाया कि राजकुमार के हाथ में गोली मारकर इस मामले में कालीप्रसाद को फंसा दिया जाए।
जिसके बाद एक जुलाई की रात सभी ने एक साथ बैठकर शराब पी और फिर तमंचे से राजकुमार के हाथ पर गोली मारी गई लेकिन गोली हाथ में न लगकर राजकुमार की पीठ में जा लगी और उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
इस वारदात का खुलासा करने वाली पुलिस टीम एसओ बृजेश कुमार सिंह, शिवनेत्र सिंह, सर्विलांस सेल से दिलबहार यादव, बृजनाथ द्विवेदी, नवीन कुमार, लालबहादुर, रामकुमार आदि पुलिस टीम को एसपी अब्दुल हमीद ने पांच हजार रुपये का पुरस्कार दिया है।
बाराबंकी कोठी थानाक्षेत्र के अजमल पट्टी गांव में हुए राजकुमार रावत हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा किया है। पुलिस का दावा है कि राजकुमार के साथियों ने ही उसकी गोली मारकर हत्या की थी। पुलिस ने आरोपियों के पास से आलाकत्ल, एक तमंचा व कारतूस बरामद किया है।आरोपियों ने अपने विरोधियों को फंसाने के लिए सारी साजिश रची थी। पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने हत्या समेत कई धारा मेें रिपोर्ट दर्ज कर शनिवार को उन्हें कोर्ट मेें पेश किया जहां से वह जेल भेजे गए हैं।
एएसपी कुवंर ज्ञानंजय सिंह ने शनिवार को पुलिस लाइन में बताया कि एक जुलाई की रात कोठी थाना क्षेत्र के अजमल पट्टी गांव निवासी राजकुमार रावत पुत्र पूर्णमासी की गोली मारकर हत्या की गई थी। पुलिस ने इस मामले मेें गांव के ही तीन लोगोें के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज की थी।
लेकिन पुलिस जांच में पता लगा कि जो लोग नामजद हैं, उनका वारदात से कोई लेना-देना नहीं है। जिसके बाद पुलिस ने सघन पड़ताल कर तीन आरोपियों महेश निवासी अजमल पट्टी, ननकऊ रावत व राजू निवासी गाम मलौली थाना सतरिख को गिरफ्तार कर उनके पास से हत्या में प्रयुक्त तमंचा, कारतूस बरामद किया है। पुलिस ने इन तीनों आरोपियों को कोठी इलाके के सदरपुर चौराहा पुलिया के पास से शनिवार की सुबह गिरफ्तार करने का दावा किया है।
तीनों आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वे और राजकुमार काफी अच्छे दोस्त थे। पुलिस की माने तो गांव के कालीप्रसाद से आरोपी महेश का भूमि विवाद चल रहा था। जिसके बाद महेश ने राजकुमार व अन्य साथियों के साथ मिलकर प्लान बनाया कि राजकुमार के हाथ में गोली मारकर इस मामले में कालीप्रसाद को फंसा दिया जाए।
जिसके बाद एक जुलाई की रात सभी ने एक साथ बैठकर शराब पी और फिर तमंचे से राजकुमार के हाथ पर गोली मारी गई लेकिन गोली हाथ में न लगकर राजकुमार की पीठ में जा लगी और उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

इस वारदात का खुलासा करने वाली पुलिस टीम एसओ बृजेश कुमार सिंह, शिवनेत्र सिंह, सर्विलांस सेल से दिलबहार यादव, बृजनाथ द्विवेदी, नवीन कुमार, लालबहादुर, रामकुमार आदि पुलिस टीम को एसपी अब्दुल हमीद ने पांच हजार रुपये का पुरस्कार दिया है।
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