टीम ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो
गोंडा रेलराज्य मंत्री एवं संचार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) मनोज सिन्हा ने शुक्रवार को गोण्डा जं. पर आयोजित एक समारोह में गोण्डा-बहराइच नव आमान परिवर्तित रेल खण्ड का उद्घाटन तथा इस खण्ड पर बड़ी लाइन के गाड़ियों के संचलन का शुभारम्भ किया।

समारोह को सम्बोधित करते हुए रेलराज्य मंत्री एवं संचार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री मनोज सिन्हा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार आने के पश््चात उत्तर प्रदेष की लम्बित रेल परियोजनाओं पर विषेष ध्यान देते हुए इस खण्ड का आमान परिवर्तन कार्य पूरा किया गया है। उन्होंने कहा कि 60 किमी. लम्बी यह रेल लाइन उत्तर प्रदेष के गोण्डा एवं बहराइच को बड़ी लाइन के माध्यम से जोड़ती है। इस खण्ड पर बड़ी लाइन का निर्माण हो जाने से तराई एवं सीमावर्ती क्षेत्र देष के विभिन्न महानगरों से सीधी रेल सेवा के माध्यम से जुड़ गये हैं, जिससे इस क्षेत्र के आर्थिक एवं सामाजिक विकास को गति मिलेगी। श्री सिन्हा ने कहा कि लगभग रू. 318 करोड़ की अनुमानित लागत से इस खण्ड का आमान परिवर्तन पूरी गुणवत्ता के साथ किया गया है। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों कोे आवागमन में कोई असुविधा न हो, इसे ध्यान में रखकर 3 सीमित ऊँचाई के सब-वे तथा 25 मानवित समपारों का निर्माण किया गया है। रेलराज्य मंत्री एवं संचार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) मनोज सिन्हा ने इस खण्ड पर तीन जोड़ी डेमू गाड़ियों का नियमित संचलन हेतु उपस्थित जन समूह को बधाई दिया।

रेलराज्य मंत्री एवं संचार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) मनोज सिन्हा ने कहा कि भविष्य की आवष्यकताओं को देखते हुये भारतीय रेल की आधारभूत संरचना को सुदृढ़ किया जाय, जिसके अन्तर्गत बड़े पैमाने पर आमान परिवर्तन, दोहरीकरण, नई रेल लाइन, विद्युतीकरण की स्वीकृति एवं नये कारखानों की स्थापना प्राथमिकता के आधार पर की जा रही है। उन्होंने कहा कि भारतीय रेल देष के विकास का इंजन है। पिछले चार वर्षो में भारतीय रेल ने प्रगति के नये मापदंड स्थापित किये है। माननीय प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में कैबिनेट कमेटी ने भारतीय रेल पर सभी बड़ी रेल लाइनों के विद्युतीकरण की मंजूरी प्रदान कर दी है। अभी हाल ही में कैबिनेट ने रू.4940 करोड़ की लागत से 240 कि.मी. लम्बी बहराइच-भिनगा-श्रावस्ती-बलरामपुर-उतरौला-डुमरियागंज-मेंहदावल-खलीलाबाद नई लाइन के निर्माण की स्वीकृति प्रदान की है। गोण्डा एवं आसपास के क्षेत्रों में रू. 517 करोड़ के कार्य हो रहे है। श्री सिन्हा ने कहा कि उत्तर प्रदेष में रेलों के विकास हेतु वर्ष 2009-2014 तक के औसत वार्षिक रू0 1,109 करोड़ की तुलना में वर्ष 2014-2019 तक औसत वार्षिक रू. 5,278 करोड़ का आवंटन किया गया, जो कि 376 प्रतिषत अधिक है। उत्तरप्रदेष में वर्ष 2014 से अब तक 409 कि.मी. नई रेल लाइन का निर्माण, 293 कि.मी. का आमान परिवर्तन, 2,156 कि.मी. रेल लाइनों का विद्युतीकरण करने के साथ ही 29 सड़क उपरिगामी पुलों का निर्माण पूरा किया गया।
इस अवसर पर सांसद कीर्तिवर्धन सिंह, सांसद सुश्री साध्वी सावित्रीबाई फूले, सांसद बृजभूषण शरण सिंह, सांसद जगदम्बिका पाल, उत्तर प्रदेष सरकार की राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बेसिक षिक्षा, बाल विकास एवं पुष्टाहार, राजस्व तथा वित्त, श्रीमती अनुपमा जायसवाल ने समारोह को सम्बोधित करते हुए इस क्षेत्र के विकास में रेलवे के योगदान पर प्रकाष डाला एवं रेल संबंधी जन आकांक्षाओं की ओर रेल राज्य मंत्री का ध्यान आकृष्ट किया।
इसके पूर्व पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबन्धक राजीव अग्रवाल ने रेल राज्य मंत्री एवं संचार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) मनोज सिन्हा, उपस्थित सांसदो, विधायकों एवं अन्य जनप्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए कहा कि 60 किमी. लम्बी गोण्डा-बहराइच रेल खण्ड का आमान परिवर्तन लगभग रू0 318.4 करोड़ की अनुमानित लागत से पूरी गुणवत्ता के साथ किया गया है। इस रेल खण्ड पर 07 स्टेषन एवं 01 हाल्ट स्टेषन है। इस रेल खण्ड में 13 सीमित ऊँचाई के सब-वे तथा 25 मानवित समपार फाटक का निर्माण किया गया है। इस रेल खण्ड में 05 बड़े पुल तथा 33 छोटे पुल का निर्माण पूरी गुणवत्ता से कराया गया है। इस आमान परिवर्तित रेल खण्ड पर स्टैण्डर्ड-।। आर.एम.ए.सी.एल. सिगनलिंग प्रणाली लगाई गई है। महाप्रबन्धक ने कहा कि इस खण्ड पर तीन जोड़ी डेमू गाड़ियों का नियमित संचलन किया जायेगा, जिससे बहराइच एवं सीमावर्ती क्षेत्र के यात्रियों को देष के विभिन्न शहरों में जाने हेतु सुविधा उपलब्ध हो जायेगी। इस खण्ड के आमान परिवर्तन हो जाने से इस क्षेत्र के सामाजिक, आर्थिक एवं सांस्कृतिक विकास को गति मिलेगी ।
इस अवसर पर पूर्व सांसद सत्यदेव सिंह, पूर्व सांसद पदम सिंह चैधरी, विधायक प्रतीक भूषण सिंह, विधायक बावन सिंह, विधायक सुभाष त्रिपाठी, विधायक प्रेम नारायण पाण्डेय, विधायक प्रभात कुमार वर्मा, सदस्य विधान परिषद ध्रुव कुमार त्रिपाठी उपस्थित थे।
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