Sunday, June 17, 2018

भतीजी और उसके प्रेमी के साथ मिल महिला ने भाड़े के हत्यारों से कराई पति की हत्या सनसनीखेज खुलासा


टीम ब्रेक न्यूज ब्यूरो 
जबलपुर. भंवरताल गार्डन के कृतिका अपार्टमेंट में हुई डॉ. शफतउल्ला की हत्या के मामले में पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है. यह हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उसकी पत्नी ने ही अपनी भतीजी और उसके प्रेमी व भाड़े के हत्यारों से कराई थी. भतीजी की जिंदगी खराब करने के बाद डॉ. शफतउल्ला की बुरी नजर अपनी ही छोटी बेटी पर थी तो उसकी पत्नी ने उसे खत्म करने का प्लान बनाया था. सामने आई हत्याकांड की स्याह तस्वीर मंगलवार को भंवरताल गार्डन में डॉ. शफतउल्ला की हत्या से इलाके में सनसनी फैल गई थी. इस मामले में पुलिस ने जांच शुरू की तो वह हैरत में पड़ गई. पति की हत्या के मामले में पुलिस ने जब उसकी पत्नी आयशा से पूछताछ की तो इस हत्याकांड की स्याह हकीकत उभरकर सामने आई. आयशा ने इस हत्याकांड का जुर्म कबूल करते हुए कहा कि उसने मेरी भतीजी की जिंदगी बर्बाद कर दी थी. जब वह महज 9 साल की थी तभी उसने उससे कई बार दरिंदगी की. उसके कई महिलाओं से भी संबंध थे. 

अब उसकी बुरी नजर अपनी ही छोटी बेटी पर थी.

 उसकी हत्या नहीं कराती तो वह उसकी बेटी की जिंदगी भी बर्बाद कर देता. भतीजे से किया पांच लाख रुपये और एक फ्लैट का वादा आयशा ने अपनी भतीजी और उसके प्रेमी पवन विश्वकर्मा के साथ मिलकर अपने पति की हत्या की साजिश रची थी. इसके बदले में आयशा ने भतीजी को पांच लाख रुपए और एक फ्लैट देने का वादा किया था. घटना को अंजाम देने के लिए गुजरात के दो बदमाशों को 50-50 हजार रुपये की सुपारी भी दी गई थी. पुलिस ने डॉक्टर की हत्या की आरोपित उसकी पत्नी, भतीजी और एक अन्य आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है. भतीजी का प्रेमी और एक अन्य आरोपित अभी गिरफ्त में नहीं आ सका है. जनाजा उठा तो मांगी माफी अपना जुर्म कबूल करते हुए आयशा ने पुलिस को यह भी बताया कि उसने पति का जनाजा उठते वक्त उसने माफी भी मांगी थी. उसने कहा कि जैसे राम ने रावण का वध किया था, वैसे ही मैंने तुम्हारा किया, मुझे माफ कर दो. आयशा का यह भी कहना था कि वह 40 दिन बाद पुलिस को पूरी बात बताने वाली थी. लेकिन, पुलिस को यह पहले ही पता चल गया. भतीजी के साथ 9 साल की उम्र में किया था मुंह काला आयशा के मुताबिक वह प्रेग्नेंट थी तो देखभाल के लिए उसकी नौ साल की भतीजी उसके घर रहने आई थी. एक दिन उसके पति ने भतीजी के साथ घिनौना काम किया. इसके बाद भी कई बार उसने उसकी भतीजी के साथ दरिंदगी की. इसका उसने विरोध भी किया, लेकिन उसे चुप करा दिया गया. बेटियों से थी नफरत आयशा के मुताबिक उसके पति डॉ. शफतउल्ला का चरित्र ठीक नहीं था. बेटियों से वह नफरत करता था. दो बेटियां पहले ही हो चुकी थीं, लिहाजा वह इससे खफा रहता था. वह और बेटी नहीं चाहता था और सात बार उसका गर्भपात कराया. आठवीं बार में बेटे की बात पता चली तो वह बहुत खुश हुआ. अपनी ही बेटी पर ही थी नजर आयशा ने पुलिस को बताया कि भतीजी के बाद डॉ. शफातउल्ला की गंदी नजर उसकी अपनी ही बेटी पर थी. डेढ़ महीने पहले उसकी नींद खुल तो वह छोटी बेटी के कमरे में था. यह देखकर वह सहम गई. वहां बेटी अकेले सोती थी. इसके बाद उसने बेटी को कहा, तो उसने कहा कि पापा उसे बहुत प्यार करते हैं. इससे वह नाराज हो गई और उसने बेटी को थप्पड़ मारकर दरवाजा बंद करके सोने की हिदायत भी दी. इस बात को लेकर दूसरे दिन पति से झगड़ा भी हुआ था. भतीजी और उसके प्रेमी के साथ मिल रची साजिश पति के इरादों को भांपकर आयशा ने भतीजी से कहा कि क्या ऐसा कोई है, जो हत्या कर सकता हो. इसके बाद तीन माह तक भाड़े के हत्यारे को तलाशा गया. इस दौरान एक अन्य ​व्यक्ति से भी हत्या की बात आयशा ने की, लेकिन वह तैयार नहीं हुआ. इसके बाद आयशा ने भतीजी को ही पूरी जिम्मेदारी सौंप दी. भतीजी के प्रेमी पवन विश्वकर्मा ने गुजरात में एक फैक्ट्री में गार्ड का काम करने वाले शुजालपुर सीहोर निवासी धीरज और बिसनखेड़ी इच्छावर निवासी राजेंद्र मालवीय और धीरज को इस काम के लिए तैयार किया. इसकी जानकारी आयशा को दी जिस पर आयशा ने चारों को शहर आने के लिए कहा। प्राइवेट पार्ट काटने की रखी थी शर्त आयशा ने पति की हत्या को अंजाम देने को तैयार हुए लोगों के सामने एक शर्त भी रखी. शर्त यह थी कि हत्या के बाद वे उसके पति के प्राइवेट पार्ट को काट देंगे. उसने कहा कि यदि वे ऐसा करेंगे तो तभी उसके दिल को सुकून मिलेगा. लेकिन, घबराहट में हत्यारों ने ऐसा नहीं किया. हत्यारों ने हाथ की नसें काटीं और पेट में चाकू मारकर जेवर नकदी लेकर भाग निकले

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