ब्रेक न्यूज़ ब्यूरो लखनऊ. लम्बे समय से चल रही अटकले आज सच साबित हो गयी जब बहुजन समाज पार्टी के प्रमुख ब्राह्मण चेहरों में शुमार रहे पूर्व राज्यसभा सासद बृजेश पाठक ने भी बसपा छोड़ दी. बसपा के महासचिव सतीश चन्द मिश्र ने बृजेश पाठक की पार्टी से बर्खास्तगी की घोषणा कर दी. बृजेश पाठक अब हांथी कि सवारी छोड़ कर यूपी में भाजपा का कमल खिलाने में जुटेंगे.
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में दिल्ली में बृजेश पाठक के भाजपा में शामिल होने की घोषणा की गयी . इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री डा. महेश शर्मा भी मौजूद थे.
बृजेश पाठक ने कहा कि जो हाल इस समय यूपी का है उसमे अब फैसला लेना बहुत जरुरी हो गया था. मैंने नरेन्द्र मोदी जी की नीतियों से प्रभावित हो करा यह फैसला लिया है .
एक के बाद एक महारथियों के बसपा छोड़ने का सिलसिला थम नहीं रहा है. स्वामी प्रसाद मौर्या ने मायावती को बड़ा झटका दिया और अब बृजेश पाठक का पार्टी छोड़ना मायावती की पुरानी सोशल इंजीनियरिंग के ध्वस्त होने का संकेत है.
बसपा के साथ ब्राह्मणों को जोड़ने में बृजेश पाठक की महत्वपूर्ण भूमिका रही थी और उनके इस प्रयास से खुश हो कर मायावती ने उन्हें राज्यसभा भेजा था.
छात्र राजनीती से अपना कैरियर शुरू करने वाले बृजेश पाठक को पार्टी का दूसरा बड़ा ब्राह्मण चेहरा माना जाता रहा है. बीते दिनों उनके बसपा छोड़ कर भाजपा में जाने की खबर उडी थी मगर तब बृजेश पाठक ने खुद ही इसे अफवाह बताते हुए मायावती को अपना नेता कहा था. मगर लगभग एक महीने बाद यह अफवाह सच साबित हुयी.
हलाकि बृजेश पाठक रविवार को आगरा में हुयी मायावती की रैली के संयोजक थे मगर इस रैली के अगले ही दिन बसपा ने बृजेश पाठक को पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहने का करण बताते हुए पार्टी से बर्खास्त कर दिया.
No comments:
Post a Comment